1 Part
313 times read
21 Liked
जिंदगी का तू मेरे ऐसे न बंटाधार कर मैं बहुत बर्बाद हूँ अब तू न मुझसे प्यार कर। मेरे घरवालों की मुझसे आखिरी ये आस है बारवीं में वैसे भी मेरा ...